देश के करोड़ों किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना एक बड़ी राहत बनकर उभरी है। छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक मदद के लिए शुरू की गई यह योजना अब तक लाखों परिवारों को सीधा लाभ पहुंचा चुकी है। हर चार महीने पर ₹2,000 की किस्त सरकार सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजती है, जिससे खेती-किसानी के खर्चों में थोड़ी राहत मिलती है। अब सबकी निगाहें टिकी हैं 20वीं किस्त पर – जो कई किसान परिवारों के लिए खरीफ फसल की तैयारी में संजीवनी साबित हो सकती है।
किसानों की उम्मीदें अब 20वीं किस्त पर टिकी – कब आएगा पैसा खाते में?
जैसा कि योजना के नियमों के अनुसार हर चार महीने में एक किस्त भेजी जाती है, ऐसे में पिछली यानी 19वीं किस्त के बाद अब जून 2025 में अगली किस्त आने की संभावना जताई जा रही है। केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक तिथि घोषित नहीं की गई है, लेकिन योजना से जुड़े अधिकारियों और बीते रिकॉर्ड को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 25 से 30 जून 2025 के बीच पीएम किसान की 20वीं किस्त किसानों के खातों में ट्रांसफर की जा सकती है।
हालांकि यह जरूरी है कि आपके दस्तावेज़ पूरे हों, केवाईसी अपडेट हो और आपका नाम इस बार भी लाभार्थी सूची में दर्ज हो। अगर पिछली किस्त आपके खाते में आई थी और आपने समय रहते अपना eKYC भी पूरा किया है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है – 20वीं किस्त स्वतः ही आपके खाते में पहुंच जाएगी।
ये न भूलें: सिर्फ उन्हीं को मिलेगा लाभ जिनका नाम लाभार्थी सूची में है
सरकार हर किस्त से पहले लाभार्थियों की सूची दोबारा अपडेट करती है। इस बार भी कुछ जरूरी जांचें की जा रही हैं – जैसे ज़मीन का स्वामित्व, परिवार के किसी सदस्य की सरकारी नौकरी या अन्य सरकारी योजनाओं से प्राप्त लाभ आदि। अगर आप अभी तक eKYC नहीं करवा पाए हैं, तो इसे तुरंत करवाना बेहद जरूरी है, क्योंकि बिना आधार वेरिफिकेशन और eKYC के किस्त अटक सकती है।
कैसे करें चेक कि आपका नाम सूची में है या नहीं?

- PM Kisan की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “बेनिफिशियरी स्टेटस” या “बेनिफिशियरी लिस्ट” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना मोबाइल नंबर, आधार नंबर या बैंक खाता संख्या दर्ज करें।
- कैप्चा कोड भरें और सबमिट करें।
- स्क्रीन पर आपको पता चल जाएगा कि अगली किस्त के लिए आप पात्र हैं या नहीं।
यह रकम क्यों है अहम – किसानों के लिए क्यों जरूरी है यह छोटी-सी सहायता
कई किसानों के लिए ₹2,000 की यह किस्त मामूली रकम लग सकती है, लेकिन देश के दूर-दराज़ क्षेत्रों और छोटे किसान परिवारों के लिए यह बहुत मायने रखती है। यही पैसा बीज, खाद, कीटनाशक या सिंचाई के किसी खर्च को पूरा करने में मदद करता है। खासकर खरीफ फसल की तैयारी के समय जब बारिश का मौसम आता है, तो खेती में अचानक बढ़ने वाले खर्चों के लिए यह सहायता एक बहुत बड़ा संबल बन जाती है।
योजना के तहत अब तक 10 करोड़ से ज्यादा किसान रजिस्टर हो चुके हैं, और 2018 से लेकर अब तक सरकार 19 किस्तें किसानों के खातों में ट्रांसफर कर चुकी है। अब 20वीं किस्त से पहले सरकार की कोशिश है कि हर लाभार्थी की पात्रता फिर से जांच ली जाए ताकि सिर्फ सही लोगों तक ही सरकारी मदद पहुंचे।
ध्यान दें – ये शर्तें पूरी होनी चाहिए तभी आएगी 20वीं किस्त
सरकार द्वारा तय किए गए पात्रता मापदंड इस प्रकार हैं:
- किसान के नाम पर 2 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।
- परिवार का कोई सदस्य केंद्र या राज्य सरकार की किसी पक्की नौकरी में न हो।
- किसान का नाम ग्रामीण रिकॉर्ड में दर्ज हो और उसे पिछली किस्त मिल चुकी हो।
- आधार कार्ड और बैंक अकाउंट योजना से जुड़े होने चाहिए और eKYC अनिवार्य है।
किस्त आने के बाद क्या करें? ऐसे ट्रैक करें पैसा
अगर आप जानना चाहते हैं कि पैसा आपके खाते में पहुंचा या नहीं, तो मोबाइल से भी यह जानकारी प्राप्त की जा सकती है:
- pmkisan.gov.in पर जाएं।
- “Beneficiary Status” ऑप्शन पर क्लिक करें।
- मोबाइल नंबर या आधार नंबर से लॉग इन करें।
- अपनी पिछली किस्तों की स्थिति और 20वीं किस्त का स्टेटस यहां देख सकते हैं।
अंतिम शब्द: छोटी सहायता, बड़ी राहत
किसानों के लिए ये ₹2,000 कोई बहुत बड़ी रकम नहीं, लेकिन जब यह हर बार चार महीने के अंतराल पर समय पर पहुंचे, तो यह छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा करने का मजबूत आधार बन सकती है। सरकार की मंशा है कि हर जरूरतमंद किसान तक यह योजना पहुंचे। अब जरूरी है कि किसान भी समय रहते अपने दस्तावेज़ अपडेट रखें, आधार से लिंक बैंक अकाउंट सुनिश्चित करें और योजना से जुड़ी आधिकारिक जानकारी ही भरोसे में लें।
याद रखें, सही जानकारी ही सशक्त किसान की नींव है।
FAQs
प्रश्न 1: पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त कब आएगी? क्या इसकी तारीख पक्की हो चुकी है?
उत्तर:
सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर 20वीं किस्त की तारीख की पुष्टि नहीं की है, लेकिन योजना के पिछले ट्रेंड और चार महीने के अंतराल के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 25 से 30 जून 2025 के बीच यह किस्त किसानों के खातों में ट्रांसफर की जा सकती है।
हालांकि, लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर समय-समय पर अपडेट चेक करते रहें। इसके अलावा, पीएम किसान मोबाइल ऐप पर भी नोटिफिकेशन की सुविधा उपलब्ध है, जिससे सही जानकारी सीधे आपके फोन तक पहुंचती है।
प्रश्न 2: 20वीं किस्त पाने के लिए पीएम किसान योजना में कौन-कौन पात्र होता है?
उत्तर:
पीएम किसान योजना के तहत किसी भी किस्त को पाने के लिए कुछ विशेष पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि सहायता सही हाथों तक पहुंचे। 20वीं किस्त के लिए पात्रता इस प्रकार है:
- किसान के पास 2 हेक्टेयर से अधिक भूमि नहीं होनी चाहिए।
- परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए। चाहे वह केंद्रीय हो या राज्य स्तर पर।
- किसान का नाम पीएम किसान बेनिफिशियरी लिस्ट में शामिल होना चाहिए।
- किसान ने 19वीं किस्त का लाभ जरूर उठाया हो, यानी रिकॉर्ड में सक्रिय लाभार्थी होना चाहिए।
- ई-केवाईसी पूरी होनी चाहिए, वरना किस्त अटक सकती है।
- बैंक खाता डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के लिए सक्रिय और आधार से लिंक होना अनिवार्य है।
अगर इन शर्तों में से कोई भी पूरी नहीं हुई है, तो किसान को 20वीं किस्त से वंचित किया जा सकता है।
प्रश्न 3: पीएम किसान योजना की बेनिफिशियरी लिस्ट कैसे देखें? क्या मोबाइल से भी चेक किया जा सकता है?
उत्तर:
हां, आप मोबाइल या कंप्यूटर से बहुत आसानी से पीएम किसान योजना की बेनिफिशियरी लिस्ट देख सकते हैं। इसके लिए आपको नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा:
- सबसे पहले pmkisan.gov.in पर जाएं।
- Menu में जाकर “Beneficiary List” या “बेनिफिशियरी स्टेटस” ऑप्शन पर क्लिक करें।
- यहां आपको अपना राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव चुनना होगा।
- लिस्ट में नीचे स्क्रॉल करते हुए आप देख सकते हैं कि आपका नाम उसमें है या नहीं।
अगर आपका नाम लिस्ट में नहीं आ रहा है, तो आपको निकटतम CSC सेंटर जाकर जानकारी अपडेट करवानी चाहिए या कृषि विभाग से संपर्क करना चाहिए।
प्रश्न 4: अगर ई-केवाईसी नहीं हुई हो तो क्या किस्त मिल सकती है?
उत्तर:
नहीं, बिना ई-केवाईसी के किस्त नहीं भेजी जाएगी। सरकार ने यह साफ कर दिया है कि अब सभी लाभार्थियों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है ताकि योजना में पारदर्शिता बनी रहे और फर्जी लाभार्थियों को बाहर किया जा सके।
ई-केवाईसी करने के दो तरीके हैं:
- ऑनलाइन OTP आधारित ई-केवाईसी – वेबसाइट पर जाकर Aadhaar नंबर डालें और OTP से ई-केवाईसी पूरा करें।
- बायोमेट्रिक ई-केवाईसी – नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर फिंगरप्रिंट के माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित करें।
यदि आप यह प्रक्रिया समय से पहले पूरी नहीं करते, तो आपकी अगली किस्त रोकी जा सकती है।
प्रश्न 5: अगर मेरा नाम 19वीं किस्त में था लेकिन अब 20वीं की लिस्ट में नहीं है तो क्या करें?
उत्तर:
अगर आप पहले लाभार्थी रह चुके हैं लेकिन अब लिस्ट से बाहर हो गए हैं, तो इसके पीछे कुछ सामान्य कारण हो सकते हैं:
- आपकी भूमि का विवरण अपडेट नहीं हुआ हो।
- ई-केवाईसी नहीं हुई हो।
- आधार और बैंक डिटेल में त्रुटि हो।
- परिवार में कोई सदस्य सरकारी नौकरी में जुड़ गया हो।
इस स्थिति में आप सबसे पहले लाभार्थी स्टेटस चेक करें और फिर नजदीकी राजस्व विभाग या CSC सेंटर से संपर्क करके अपनी पात्रता फिर से सत्यापित करवाएं। अगर गलती से नाम हट गया है, तो दोबारा जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
प्रश्न 6: इस योजना से किसानों को असल में क्या फायदा होता है?
उत्तर:
पीएम किसान योजना के माध्यम से केंद्र सरकार किसानों को हर साल ₹6000 की आर्थिक सहायता देती है, जिसे तीन बराबर किस्तों में उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। इसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों की कृषि लागत को सहारा देना है।
विशेष रूप से:
- यह राशि बीज, खाद, सिंचाई और मजदूरी जैसे कार्यों में बहुत सहायक होती है।
- बुवाई के समय नकदी संकट से राहत मिलती है।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तरलता बनी रहती है।
- गरीब किसानों की आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलता है।
देशभर में अब तक इस योजना से 10 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को लाभ मिल चुका है, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी सीधी नकद ट्रांसफर योजनाओं में से एक बन गई है।
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मेरा नाम Santu Kanwasi है और मैं इस वेबसाइट sarkariyojna.divinedevbhumi.com के ज़रिए सरकारी योजनाओं की सटीक और आसान जानकारी आप तक पहुँचाने की कोशिश करता हूँ। मेरा मकसद है कि आम लोग — चाहे वो गांव में हों या शहर में — Government Schemes के बारे में ठीक से समझ सकें और उनका लाभ उठा सकें।
मैं खुद उत्तराखंड से हूँ और मैंने Civil Engineering में B.Tech किया है। पढ़ाई के बाद जब मैं नौकरी और योजनाओं के लिए इधर-उधर जानकारी खोजता था, तब मुझे एहसास हुआ कि लोगों तक सही जानकारी पहुँचना कितना मुश्किल होता है। तभी मैंने तय किया कि मैं एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाऊँ जहाँ हर योजना की पूरी जानकारी – आवेदन से लेकर लाभ मिलने तक – हिंदी में, बिल्कुल आसान शब्दों में दी जाए।
मैं चाहता हूँ कि कोई भी योजना सिर्फ कागज़ों तक सीमित न रहे, बल्कि सच में ज़रूरतमंदों तक पहुँचे। अगर मेरे लिखे लेख आपके किसी काम आएं, तो यही मेरी सबसे बड़ी कमाई है।










