“घर सिर्फ चार दीवारें नहीं होता… उसमें सपने पलते हैं, इज्ज़त बसती है और परिवार एक साथ सांस लेता है।”
सरकार ने इसी सोच के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) को ज़मीन पर और मजबूत तरीके से उतारा है, ताकि हर जरूरतमंद के सिर पर पक्की छत हो।
28 मई 2025 तक के आंकड़े बताते हैं कि इस योजना के तहत 2.5 करोड़ से ज़्यादा घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। और अच्छी खबर ये है कि अब एक बार फिर से नए आवेदकों के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
क्या है ये योजना और किसके लिए है?
इस योजना का मकसद सीधा और साफ़ है – हर गरीब परिवार को पक्की छत देना।
जो लोग आज भी कच्चे या टूटे-फूटे मकानों में रह रहे हैं, या जिनके पास खुद का कोई घर नहीं है, उनके लिए ये योजना किसी आशीर्वाद से कम नहीं।
- शहरी इलाकों में – ₹2.5 लाख तक की सरकारी सहायता
- ग्रामीण क्षेत्रों (PMAY-G) में – ₹1.20 लाख तक की आर्थिक मदद
- SC/ST, विधवा महिलाएं, दिव्यांग और कमजोर वर्गों को प्राथमिकता
और सबसे भरोसेमंद बात – अब तक लगभग 70% लोगों को सहायता की रकम सीधे उनके बैंक खाते में मिल चुकी है। बिचौलियों का कोई चक्कर नहीं।
कौन कर सकता है आवेदन?
सरकार ने कुछ साफ़ नियम बनाए हैं ताकि योजना सही हाथों तक पहुंचे:
1. आय सीमा:
- EWS (अति कमजोर वर्ग): सालाना आय ₹3 लाख तक
- LIG (निम्न आय वर्ग): सालाना आय ₹3 से ₹6 लाख
अगर आपके पास BPL राशन कार्ड है, तो आप पहले से ही पात्र माने जा सकते हैं।
2. घर की स्थिति:
- जिनके पास पक्का घर नहीं है
- जो कच्चे या जर्जर घरों में रह रहे हैं
- परिवार के किसी सदस्य के नाम सरकारी मकान नहीं होना चाहिए
3. अन्य शर्तें:
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए
- परिवार में कोई भी सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? (सरल तरीका)

- वेबसाइट पर जाएं – https://pmaymis.gov.in
- “Citizen Assessment” पर क्लिक करें
- आधार नंबर डालें
- अपने राज्य, ज़िला और गांव/शहर का चयन करें
- पारिवारिक जानकारी भरें – जैसे आय, जाति, मकान की स्थिति
- नीचे दिए गए दस्तावेज अपलोड करें:
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- सबमिट करते ही आपको एक Reference Number मिलेगा – उसे संभाल कर रखें।
नोट: आवेदन के 15 दिन बाद आप उसी वेबसाइट पर जाकर अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं।
2025 में क्या बदलाव हुए हैं
इस बार योजना में कुछ नए सुधार लाए गए हैं ताकि मदद और आसान हो जाए:
✅ महिला का अधिकार बढ़ा: अब मकान का कम से कम 50% हिस्सा महिला के नाम पर होना ज़रूरी है।
✅ हरित निर्माण को बढ़ावा: सोलर पैनल और वर्षा जल संचयन वाले मकानों को ₹20,000 अतिरिक्त सहायता।
✅ मोबाइल ऐप से निगरानी: अब आप PMAY मोबाइल ऐप से अपने घर के निर्माण की स्थिति खुद देख सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या पुराने मकान की मरम्मत के लिए भी योजना है?
नहीं, ये योजना सिर्फ नए मकान के निर्माण के लिए है।
Q2. अगर मेरा नाम SECC डाटा में नहीं है, तो क्या करूं?
अपने ग्राम पंचायत या नगर निगम में जाकर शिकायत दर्ज करवाएं।
Q3. क्या किराए पर रहने वाले भी आवेदन कर सकते हैं?
हां, अगर आपके पास खुद का कोई घर नहीं है, तो आप आवेदन कर सकते हैं।
Q4. पैसा कब तक मिलता है?
आम तौर पर 3-4 महीने के अंदर पहली किस्त खाते में आ जाती है।
एक आखिरी बात…
अगर आपके गांव, मोहल्ले या कॉलोनी में कोई ऐसा परिवार है जो कच्चे मकान में गुजर-बसर कर रहा है, तो उसे जरूर बताएं कि 31 दिसंबर 2025 से पहले आवेदन करना ज़रूरी है। ये योजना सिर्फ सरकारी स्कीम नहीं है – ये सम्मान और सुरक्षित जीवन की शुरुआत है।
क्योंकि सिर पर छत सिर्फ आराम नहीं देती… ये आत्मविश्वास और भविष्य की बुनियाद भी बनाती है।
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मेरा नाम Santu Kanwasi है और मैं इस वेबसाइट sarkariyojna.divinedevbhumi.com के ज़रिए सरकारी योजनाओं की सटीक और आसान जानकारी आप तक पहुँचाने की कोशिश करता हूँ। मेरा मकसद है कि आम लोग — चाहे वो गांव में हों या शहर में — Government Schemes के बारे में ठीक से समझ सकें और उनका लाभ उठा सकें।
मैं खुद उत्तराखंड से हूँ और मैंने Civil Engineering में B.Tech किया है। पढ़ाई के बाद जब मैं नौकरी और योजनाओं के लिए इधर-उधर जानकारी खोजता था, तब मुझे एहसास हुआ कि लोगों तक सही जानकारी पहुँचना कितना मुश्किल होता है। तभी मैंने तय किया कि मैं एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाऊँ जहाँ हर योजना की पूरी जानकारी – आवेदन से लेकर लाभ मिलने तक – हिंदी में, बिल्कुल आसान शब्दों में दी जाए।
मैं चाहता हूँ कि कोई भी योजना सिर्फ कागज़ों तक सीमित न रहे, बल्कि सच में ज़रूरतमंदों तक पहुँचे। अगर मेरे लिखे लेख आपके किसी काम आएं, तो यही मेरी सबसे बड़ी कमाई है।










